3rd Apr 2020
इन शब्दों को मात्र एक व्यंग समझे, पर कोरोना से सुरक्षित रहने के लिए कृपया साबुन से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ बार बार धोये लगातार धोये।
इश्क ए साबुन
हमारी सफाई न होती अगर तू न होती,
अरी साबुन देख क्या कमाल हो गया,
जब से मचाया कोरोना ने कोहराम इंसान तेरा गुलाम हो गया,
चार दिवारी में बंद सब बाहर निकलने का इंतजार करते हैं,
खौफ ए कोरोना के चलते बार बार तुझे अपने हाथों पर मलते हैं,
आज तो तू भी अपने होने पर इतराती होगी,
देख लाचारी हमारी मन ही मन मुस्कुराती होगी,
पर एक बात सच्च बता अगर इंसान है बहुत परेशान,
तो तू भी तो हमारे हाथ धुला धुला कर थक जाती होगी,
अमूमन तो तू भी घर के किसी कोने में आराम फरमाती है,
अब तो तू भी चैन से ना रह पाती होगी,
देख मैं इंसान हूँ मतलब पर याद करता हूँ,
यक़ीनन तझे फितरत ए इंसान अब खूब समझ आती होगी'
अरी साबुन तेरा शुक्रिया करू भी तो कैसे,
मेरा सलाम कबूल कर और हम,
तुझे मौका दे ना दे थोड़ा आराम जरूर कर ॥
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FIGHT AGAINST 'CORONA' COVID -19
इस जंग को जीत के रहेंगे।
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